नमस्कार दोस्तों।
क्या आपको पता The Terminal Man का असली सच.एक ऐसा आदमी जिसने अपने पुरे जीवनकाल मैं १८ साल तक एयरपोर्ट पर रहा.हमने लोगोंको को बसस्टॉप ,रेलवे स्टेशन पर रहते हुए सुना था लेकिन कोई आदमी १८ साल तक और वो भी एयरपोर्ट पे कैसे रे सकता है.चलो आज जानते है इसके पीछे का असली सच क्या है.
Mehran Karimi Nasseri नाम था उस व्यक्ति का जो पुरे १८ साल तक पेरिस के एयरपोर्ट पे रह रहा था.नसेरी का जन्म १९४५ मैं ईरान के सुलेमान क्षेत्र मैं हुआ था। र्ष 1974 में मेहरन करीमी नासेरी अध्ययन के लिए ईरान से इंग्लैंड पहुँचे। अध्ययन के बाद जब वो अपने देश लौटे तो उन्हें ईरान के ‘शाह’ शासन का विरोध करने के लिए कैद किया गया था और बिना पासपोर्ट के निष्कासित कर दिया गया।अपने देश से निकलने के बाद उन्होंने यूरोप को अपना नागरिक बना लेने की बात की थी। यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीज’ने रिफ्यूजी का स्टेटस दे दिया। 1988 में वह लंदन आए लेकिन उनके पास इमिग्रेशन अफसरों को दिखाने के लिए पासपोर्ट नहीं था। इस कारण से मेहरन करीमी नासेरी लंदन में नहीं रुक सके, उन्हें पेरिस लौटना पड़ा।पर बदकिस्मती देखिये जब वो पेरिस आ गए तो शरणार्थी प्रमाण पत्र वाला उनका ब्रीफकेस पेरिस रेलवे स्टेशन में चोरी हो गया था। फ्रांसीसी पुलिस ने दस्तावेज न होने की वजह से गिरफ्तार भी कर लिया था लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। एयरपोर्ट में उनकी एंट्री वैध थी लेकिन नासेरी के पास लौटने के लिए कोई देश नहीं था, कोई घर नहीं था। इसलिए पेरिस के चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट का ‘टर्मिनल वन’ उनका घर बन गया।
Mehran Karimi Nasseri, famously known as Sir Alfred Mehran, has become widely recognized as “The Terminal Man.” His peculiar story unfolds as that of an Iranian refugee who found himself confined to an airport for a staggering 18 years, all due to the loss of his passport and… pic.twitter.com/XnBfj7lmvQ
— Historic Vids (@historyinmemes) October 24, 2023