नमस्कार दोस्तों।
आज १५ जनवरी २०२४ है.और आज पुरे देश भर मैं Indian Army Day 2024 मनाया जा रहा है.Indian Army Day क्यों १५ जनवरी को मनाया जाता हैं..भारतीय थल सेना यानि की Indian Army.साल १९४९ मैं इसी दिन मैं फील्ड मार्शेल km Kariappa जी ने भारतीय सेना की कमान अपने हाथो मैं ली थी.और वो भी फ्रांसिस ब्रुचेर से। फ्रांसिस ब्रुचेर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर चीफ थे.इसी वजह से १५ जनवरी को Indian Army Day मनाया जाता हैं.
India pays homage to Field Marshal K.M. Cariappa. #MannKiBaat pic.twitter.com/frMmaGN6vu
Table of Contents— PMO India (@PMOIndia) January 28, 2024
K. M. Cariappa के बारे मैं.
K. M. Cariappa का जन्म १२ जनवरी १८९९ मैं हुआ था. अपने उम्र के २० साल मैं ही उन्होंने ब्रिटिश सेना मैं हिस्सा ले लिया।और दूसरे महायुद्ध मैं उन्होंने जापानी सेना का हाल बेहाल किया था इसके लिए उनको ब्रिटिश एम्पायर से भी नवाजा गया था.उन्होंने 1941-1942 में इराक़, ईरान और सीरिया में तथा 1943-1944 में बर्मा में अपनी सेवा प्रदान की। मार्च 1942 में भारत वापस आने पर उन्हें फ़तेहगढ़ में नवगठित 7वीं राजपूत मशीनगन बटालियन के सेकेंड-इन-कमांड के रूप में तैनात किया गया। 15 अप्रैल 1942 को उन्हें कार्यवाहक लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में सम्मानित किया गया और उसी बटालियन का कमांडिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया। 15 जुलाई को उन्हें अस्थायी लेफ्टिनेंट-कर्नल के रूप में पदोन्नति मिली।इस नियुक्ति के साथ वह भारतीय सेना में बटालियन की कमान संभालने वाले पहले भारतीय बन गए। करिअप्पा नई गठित बटालियन को प्रशासन, प्रशिक्षण और हथियारों के संचालन के मामले में स्थिर करने में सफल रहे। यूनिट को बाद में 52वें राजपूत के रूप में पुनः नामित किया गया और 43वें भारतीय बख्तरबंद विभाग के अंतर्गत रखा गया। कुछ महीनों की अवधि के भीतर, यूनिट ने दो परिवर्तन और दो चालें देखीं। सबसे पहले, बटालियन को बख्तरबंद रेजिमेंट में बदलने के लिए उसकी मशीनगनों को टैंकों से बदल दिया गया। लेकिन जल्द ही बटालियन को पैदल सेना में वापस कर दिया गया और 17/7 राजपूत के रूप में पुनः नामित किया गया। बटालियन को इसके बाद सिकंदराबाद ले जाया गया। इस कदम से यूनिट के सैनिकों में अशांति फैल गई जिसे करिअप्पा ने सफलतापूर्वक संभाला।
आज के दिन ही हमारे अनिल चौहान जी ने x पर लिखा है की “सेना दिवस के इस मौके पर, मैं भारतीय सेना के सभी श्रेणियों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को अपनी शुभकामनाएं भेजता हूँ। आपका अड़ला-बड़ला निष्ठा, अजेय दृढ़ निर्णय और अद्वितीय उत्साह हमारे राष्ट्र की सुरक्षा का आधार हैं: संयुक्त रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान।”
On the occasion of 76th Army Day 2024, I extend my greetings to all ranks of the Indian Army, Veterans and Veer Naris. Your unwavering dedication, invincible attitude and indomitable spirit are the bedrock of our nation’s security: Chief of Defence Staff General Anil Chauhan pic.twitter.com/hCVmHRmO4d
— ANI (@ANI) January 15, 2024
कांग्रेस के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे जी ने भी Indian Army Day के दिन के लिए हमारे सेना को अभिवादन किया हैं.
और हमारे प्रंतप्रधान श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी ट्वीट कर कर हमारी सेना का अभिवादन किया हैं और साथ मैं उन्होंने ये भी कहा हैं की सेना दिवस पर, हम हमारे सेना के कर्मियों की असाधारण साहस, अड़ला-बड़ला समर्पण और बलिदान को सम्मानित करते हैं। उनका अथक समर्पण हमारे राष्ट्र की सुरक्षा में और हमारी सार्वभौमिकता को उचित रखने में है, जो उनके वीरता का साक्षात्कार है। वे शक्ति और सहनशीलता के स्तम्भ हैं। और साथ मैं ही उन्होंने पुरे देशवासियोंको मकरसंक्रांति की शुभकामना भी दी हैं.शुब्कम्ना देते हुए मोदी जी बोलते हैं की साधना-ध्यान और दान-पुण्य की पवित्र परंपरा से जुड़े पावन पर्व मकर संक्रांति की ढेरों शुभकामनाएं। प्रकृति के इस उत्सव पर उत्तरायण सूर्यदेव से कामना है कि वे देश के मेरे सभी परिवारजनों को सुख-समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।
On Army Day, we honour the extraordinary courage, unwavering commitment and sacrifices of our Army personnel. Their relentless dedication in protecting our nation and upholding our sovereignty is a testament to their bravery. They are pillars of strength and resilience. pic.twitter.com/jD6FbM1Gkr
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2024