नमस्कार दोस्तों।
आज २६ जनवरी २०२४ भारत का प्रजासत्ताक दिन. यानि आज ही के दिन से भारत मैं प्रजा का राज लागु कर दिया था. हाल ही मैं रिपोर्ट्स के मुताबिक gyanvapi masjid news मिल गए हिन्दू मंदिर के सबुत ।वाराणसी जिल्हा अदालत ने जुलाई २०२३ मैं gyanvapi masjid का वैद्यांनिक सर्वेक्षण करने का काम ASI को सौपा था.उसने अपनी रिपोर्ट कोर्ट मैं सबूत के तोर पर दी हैं.उसमें ये बात बताई गयी हैं की मस्जिद की संरचन के निर्माण से पहले उस स्थान पर एक मंदिर मौजूद था और हिन्दू पक्ष का दावा हैं की ये मस्जिद मूल कशी विश्वनाथ मंदिर के जगे पर ही बनायीं हैं. ASI के रिपोर्ट के मुताबिक एक कमरा मिला हैं और उसमें अरबी भाषा मैं लिखा हैं की ये संरचना यानि की ये मस्जिद औरंगजेब के कार्यकाल मैं हुआ हैं। इसी वजह से इस बात की पृष्टि होती हैं की यहाँ पहले मंदिर हुआ करता था और उसको औरंगजेब के कार्यकाल मैं नष्ट करकर उसके ऊपर एक मस्जिद बनायी गयी.
#WATCH हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर ने कहा, “ASI ने कहा है कि मस्जिद में जो खंभे लगे हुए हैं वो हिंदू मंदिर के थे जिन्हें पुन: उपयोग किया गया। मतलब हिंदू मंदिर के खंभे को मॉडिफाई किया गया।…” pic.twitter.com/bGTIDz0Auk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2024
ASI की रिपोर्ट के मुताबिक gyanvapi masjid news मैं हड़कंप मचाया हैं. और gyanvapi masjid case in hindi मैं समज़ने के लिए आगे पढ़े. रिपोर्ट मैं ये भी बताया हैं की मस्जिद के मौजूदा दिवारोंके ऊपर सजाये गए सांचो मैं सेंटर के कक्ष मैं एक बड़ा कारण रथ और एक बड़ा सजाया हुआ प्रवेश द्वार मिला हैं और पूर्वी दिवार के ऊपर हिन्दू मंदिरों मैं जैसे कलाकृति होती हैं वैसी ही कलाकृति के अवशेष मिले हैं. घंटियोंसे सजाया हुआ एक दीपस्तम्भ और चारो और दीपक रखने के लिए जो स्तम्भ मिला हैं उससे ये बात की जानकारी मिलती हैं की ये पहले मंदिर हुआ करता था बाद मैं यानि की औरंगजेब के कार्यकाल मैं इसको बदलकर मस्जिद बनाया होगा ऐसा ही हिन्दू पक्षकारोंका मानना हैं. जो तेहकना हैं उसमें हिन्दू देवता की मुर्तिया मति मैं गाड़ी हुई मिली हैं. ASI रिपोर्ट के मुताबिक जो पश्चिमी दिवार हैं वो हिन्दू मंदिर का एक हिस्सा हैं क्योंकि इसके ऊपर कई सरे मोल्डिंग्स जो की हिन्दू मंदिरो मैं पायी जाती हैं वैसी ही आकृतिया मिली हैं.
एएसआई रिपोर्ट के कुछ हिस्से एडवोकेट विष्णु शंकर जैन के माध्यम से प्राप्त हुए। pic.twitter.com/cJ6eiGLH4f
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2024
औरंगजेब ने अपनी जीवनी मासिर ए आलमगीर मैं लिखा हैं की औरंगज़ेब ने अपने कार्यकाल मैं अपने प्रान्त के राज्यपालोंको ये सदेश भेजा था की काफ़िरोंके स्कूल और मंदिर को उध्वस्त कर दिया जाये और इसी आदेश के ऊपर ही औरंगज़ेब के अधिकारियोंने कशी विश्वनाथ मंदिर को उध्वस्त किया था. 839 पेज की रिपोर्ट में ASI की सर्वे रिपोर्ट में ये पाया गया है कि मस्जिद से पहले वहां हिन्दू मंदिर था, जो तोड़कर मस्जिद बनाई गई। एएसआई ने ये पाया है कि हिन्दू मंदिर का स्ट्रक्चर 17वीं शताब्दी में तोड़ा गया है और मस्जिद बनाने में मलबे का उपयोग किया गया है। दो तहखानों में हिन्दू देवी-देवताओं का मलबा मिला है। एएसआई की रिपोर्ट में ये पाया गया है कि मस्जिद की पश्चिमी दीवार एक हिन्दू मंदिर का भाग है। पत्थर पर फारसी में मंदिर तोड़ने में आदेश और तारीख मिली है। महामुक्ति मंडप लिखा पत्थर भी मिला है। और विष्णु शंकर जैन ने कहा कि वजू खाने के सर्वे के लिए मांग करेंगे।