नमस्कार दोस्तों।
अगर आप ने Luna का नाम नहीं सुना होगा तो आपने क्या कर दिया ये।अब बस ८२००० मैं kinetic E Luna! chal meri luna tik tik tik ये गण तो आपने जरूर सुना होगा। उन जमानो मैं Luna एकमात्र ऐसी गाड़ी थी जिसमें पेट्रोल हो तो भी चलती थी और अगर कभी पेट्रोल ना हो तो भी ये चलती थी.इसको साइकिल के पेडल की तरह मरते मरते हम अपनी दूरी तेह कर सकते थे.१९७०-१९८० के दशक मैं लूना भारत की एक आम गाड़ी हुआ करती थी जिसे घर का हर आदमी पसंद करता था.क्योंकि इस गाड़ी को पुरुष और घर की स्तरीय बड़ी आर्मी से चला सकते थे.और लूना को इसी बात को ध्यान मैं रखकर बनाया था.और उस वक्त इसकी कीमत बस २००० रुपयों मैं इसको भारतीय बाजार मैं मिलती थी.ठीकठाक किम्मत और जबरदस्त डिज़ाइन इसकी वजह से लूना ने २८ सलोंतक भारतीय बाजार मैं अपना नाम कायम रखा.
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