नमस्कार दोस्तों।
क्या आपको पता हैं Anneliese Michel की Horror घटना,6 आत्मा शरीर मैं कैसे हो सकती है.आज से करीब 72 साल पहले। ये बात 1951 की है। जर्मनी का एक शहर है बवारिया। इसी शहर में रहने वाली Anneliese Michel, अपनी ज़िंदगी में ऐसी ही तख्लिफोंसे से जूझती रही जिसने उसके और उसके परिवार के सपनों को साकार होने से पहले ही मटियामेट करके ज़मीन में दफ्न कर दिया। क्योंकि दावा यही किया गया है कि ये सब कुछ इसलिए हुआ क्योंकि खुद उसका अपना शरीर एक दो नहीं बल्कि पूरी छह छह आत्माओं का घर बन चुका था।। दरअसल Anneliese Michel जब 16 साल की हुई तो एक गंभीर बीमारी की चपेट में आ गई।घरवालों ने इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी, बावजूद इसके वो ठीक नहीं हुई।
शरुआत कैसे हुई.
बल्कि हर गुज़रते दिन के साथ वो और कमज़ोर होने लगी। ये बीमारी ही ऐसी थी जिसमें मरीज न सिर्फ अपनी याद्दाश खोने लगता है बल्कि शरीर की हरकतों पर भी उसका नियंत्रण नहीं रहता।Anneliese Michel के घरवाले ईसाई धर्म को मानने वाले थे, और अपने मज़हब को लेकर बेहद कट्टर भी।ईश्वर पर उन्हें अटूट श्रद्धा थी। लेकिन बीमारी की वजह से उसकी ये हसरत धीरे धीरे दम तोड़ने लगी। परिवार के लोगों ने एनालीज को हरेक तरह के डॉक्टर को दिखाया, उसका हर मुमकिन इलाज भी करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, बल्कि वक्त के साथ साथ उसका मर्ज भी बढ़ता चला गया।अपनी बेटी की लगातार खराब होती सेहत को देखते हुए एनालीज के परिवार के लोगों ने तब अपने गुरु को इस बीमारी के बारे में बताया। लेकिन वो भी उसका कुछ नहीं कर सके। दिन ब दिन एनालीज़ की सेहत और गिरने लगी। बल्कि अब तो वो अजीबो ग़रीब हरकतें भी करने लगी जिसको देखकर घरवालों को डर भी लगने लगा। तब घरवालों के दिलों में ये बात बैठ गई कि उनकी बेटी को कोई बीमारी नहीं है बल्कि उस पर किसी प्रेत का साया है।
इस वहम के घर करते ही एनालीज के माता पिता ने चर्च के पादरी को दिखाने का विचार किया। इसी विचार में उलझे एनालीज के माता पिता ने अपने एक जान पहचान के शख्स को घर बुलाया जो झाड़फूंक का काम करता था।एनालीज के पिता उसे लेकर घर आए और उसे एनालीज के कमरे में ले गए। उस वक़्त एनालीज अपने बिस्तर पर नहीं थी बल्कि ज़मीन पर पड़ी थी।इसके अलावा उसने वहीं पड़े फर्नेस के एक कोयले को उठाकर उसे चबाना शुरू कर दिया। उस शख्स ने एनालीज को देखकर जिस बात पर सबसे ज़्यादा गौर किया वो ये था कि ऐसी हरकत करते समय एनालीज के चेहरे पर अजीब सी हंसी थी। वो न तो खुलकर हंसती थी और न ही खुलकर रोती थी मगर चेहरे पर भाव बहुत तेजी से बदलती थी।Anneliese Michel की ये हालत देखकर उसे यकीन हो गया कि वो बीमारी की चपेट में नहीं बल्कि उस पर शैतान का साया है। तब उस शख्स ने Anneliese Michel के माता पिता को झाड़ फूंक यानी एक्सॉरसिज्म कराने की सलाह दी। अपनी बेटी की हालत को देखकर करीब करीब टूट चुके एनालीज के माता पिता को कुछ समझ में नहीं आ रहा था लिहाजा उन्होंने भी वो सलाह मान ली और उसे झाड़ फूंक करने के लिए हरी झंडी दे दी।तब चर्च के दो पादरियों ने तांत्रिक क्रियाओं का इंतज़ाम किया। सबसे हैरानी की बात ये थी कि इस क्रिया को पूरा करने के दौरान एनालीज को मोटी मोटी ज़ंजीरो में बांधकर रखा जाता था ताकि वो एक जगह टिक कर बैठ सके। कई बार झाड़ फूंक किया गया लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ बल्कि हर गुज़रते पल के बाद वो और खराब होने लगी।कई बार झाड़ फूंक करने वाले पादरियों ने फिर अपने तरह के टोटके किए और तब इस बात का पहली बार खुलासा किया कि एनालीज के शरीर पर एक दो नहीं बल्कि छह आत्माओं का कब्जा है। यहां तक कि पादरियों ने अपने तजुर्बों से और तंत्र मंत्र के जरिए पादरियों को ये भी पता लग गया कि एनालीज के शरीर में घर बना चुकी आत्माओँ के नाम क्या क्या हैं।पादरियों ने बताया कि उसके शरीर में एक आत्मा नीरो है, जबकि दूसरी है जूडस इस्कारिओट, तीसरी है केन एडम, चौथी आत्मा का नाम है हिटलर। पांचवी आत्मा है वेलंटीन फ्लीशमैन और छठी आत्मा का नाम है लूसिफर।तांत्रिक क्रिया करने वाले पादरियों ने जब उससे पूछा तो उसने खुद रोते रोते सारी बात बताई कि उसके भीतर कोई उसे खाने पीने से रोकता है। खाना पीना छोड़ने का असर ये हुआ की एनालीज कुपोषण का शिकार होने लगी। उसका शरीर कमजोर होने लगा। पादरियों ने अब और झाड़फूंक का सिलसिला अब और तेज़ कर दिया।
This was expected,so predictable. Just another case of anneliese michel. The blood of millions of people living with mental and psychological disabilities are in the hands of Christianity https://t.co/sDGOzGWgvX
— JOHN WICKED (@D_wickedone) February 7, 2024