अगर आप ने Luna का नाम नहीं सुना होगा तो आपने क्या कर दिया ये।अब बस ८२००० मैं kinetic E Luna! chal meri luna tik tik tik ये गण तो आपने जरूर सुना होगा। उन जमानो मैं Luna एकमात्र ऐसी गाड़ी थी जिसमें पेट्रोल हो तो भी चलती थी और अगर कभी पेट्रोल ना हो तो भी ये चलती थी.इसको साइकिल के पेडल की तरह मरते मरते हम अपनी दूरी तेह कर सकते थे.१९७०-१९८० के दशक मैं लूना भारत की एक आम गाड़ी हुआ करती थी जिसे घर का हर आदमी पसंद करता था.क्योंकि इस गाड़ी को पुरुष और घर की स्तरीय बड़ी आर्मी से चला सकते थे.और लूना को इसी बात को ध्यान मैं रखकर बनाया था.और उस वक्त इसकी कीमत बस २००० रुपयों मैं इसको भारतीय बाजार मैं मिलती थी.ठीकठाक किम्मत और जबरदस्त डिज़ाइन इसकी वजह से लूना ने २८ सलोंतक भारतीय बाजार मैं अपना नाम कायम रखा.
बाद मैं साल २००० मैं कंपनी ने इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया था.और फिर एक बार ये Luna बाजार मैं आने को तैयार हैं.पर इस बार ये kinetic E Luna के तोर पर नजर आएगी।जब पुराने ज़माने मैं ये लूना इतनी बेशुमार सुर्खियों मैं थी की इसने एक दिन मैं २००० गाड़िया तक बेचीं हैं। हाँ २००० गाड़िया और वो भी पुरे १ दिन मैं.अब फिर एक बार पुणे मैं इसको इलेक्ट्रिक अवतार मैं लेन की तयारी चालू कर दी गयी हैं. इसमें इसका लुक बिलकुल हि नया होगा और इसका इंजीन भी नया तरीके का होगा।भारत मैं इस गाड़ी को फिर एक बार प्रचलित करने के लिए इस बार कमपनी ने चल मेरी लूना इस अभियान का फिर एक बार शुरुआत की हैं. पहली बार इस अभियान की शुरुआत पियूष पांडेय ने १९५९ मैं चल मेरे घोड़े टिक टिक टिक पर आधारित चल को चल मेरी लूना टिक टिक टिक से की थी. अब वही पियूष पांडेय जी ने फिर एक बार इसी अभियान की शुरुआत की हैं.
कैसी हैं kinetic E Luna
कंपनी का पहला डिज़ाइन २६ जनवरी २०२४ को रिलीज़ किया जायेगा। हलाकि इंटरनेट पर उसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आ गयी हैं जिसमें उसकी दमदार डिज़ाइन देखने को मिल सकती हैं. kinetic E Luna की कीमत का अनुमान बाजार मैं ८२००० तक जा सकता हैं। हलाकि कंपनी ने आधिकारिक दौर पर इसके बारे मैं कोई जानकारी संजा नहीं के है लेकिन जब ये गाड़ी बाजार मैं आएगी तब इसकी तुलना वेरस्पा जैसे कई अन्य गाडियोंके साथ हो सकती हैं. भारत मैं पहली बार १९७२ मैं बानी हुई Luna का इंजन २.२ पि एस की पवार का था जो ईंधन ख़त्म होने के बाद पैदल से जुड़ा हुआ था.कंपनी के मालिक का इरादा 25,000-30,000 रुपये मासिक उत्पन्न वाले वर्ग को लक्षित करना है जो सार्वजनिक परिवहन, जैसे साझा ऑटोमोबाइल या स्थानीय बसों का उपयोग करते हैं। संपर्क करने पर, काइनेटिक इंजीनियरिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष और काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सॉल्यूशंस लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने लॉन्च टाइमलाइन की पुष्टि की।
इस बात को कंपनी आधिकारिक तोर पर २६ जनवरी २०२४ को कर सकती हैं.जबकि कंपनी के अधिकारियों ने कीमत पर बारीकी से नजर रखी है और लॉन्च के समय औपचारिक रूप से इसका अनावरण किया जाएगा, मोटवानी ने ऑटोकार प्रोफेशनल को बताया कि इसकी प्रति माह 2,500 रुपये की आकर्षक ईएमआई होगी, जिससे यह एक पसंदीदा व्यक्तिगत वाहन के साथ-साथ आजीविका बाइक बन जाएगी। 150 किलोग्राम का पेलोड और एक मजबूत चेसिस जो शहरी और अर्ध-ग्रामीण उपयोग का सामना कर सकता है।काइनेटिक ग्रीन को कंपोनेंट और बैटरी की कीमतों में हालिया गिरावट से फायदा हुआ है और इसने पुणे स्थित निर्माता को प्रति माह 5,000 इलेक्ट्रिक लूना का लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित किया है. अब देखना ये हैं की कंपनी अपने लक्ष को सदया करने के लिए क्या क्या प्रयास करती हैं और उसको फिर से कैसे अपनी उंचाइयोंपर लेके जाती हैं.